आयोग का बड़ा कदम
दिल्ली में निर्वाचन आयोग ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया, जहां उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में वोटिंग अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन 100 करोड़ रुपये की मूल्यवर्धित सामग्री की जब्ती का आदेश जारी किया। आयोग ने बताया कि प्रवर्तन अधिकारी मतदान की प्रक्रिया की शुरुआत से पहले ही 4,650 करोड़ रुपये की जब्ती कर चुके हैं, जो 2019 लोकसभा चुनावों में की गई कुल जब्ती रकम से अधिक है।
अत्याधुनिक कदम
इस कदम के बारे में जानकारी देते हुए, चुनाव आयोग ने देश के 75 वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक धन की जब्ती करने की दिशा में कदम रखा है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो लोकसभा चुनाव की निष्क्रियता से पहले लिया गया है।
मतदान के पहले चरण की तैयारी
देश की 18वीं लोकसभा के चुनावों के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान होगा, जिसमें 102 सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस महत्वपूर्ण मतदान से पहले, प्रवर्तन एजेंसियाँ धनबल को रोकने के लिए एक व्यापक अभियान चला रही हैं।
जब्त की गई धनराशि का विवरण
2019 में, लोकसभा चुनावों में 3,475 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि की जब्ती हुई थी। चुनावों के दौरान, 543 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुआ था।
इसके साथ ही, एजेंसियों ने 45.59 करोड़ रुपये नकद और 151 करोड़ रुपये से अधिक की शराब जब्त की है। इस जब्ती की सफलता में व्यापक योजना, सहयोग, सक्रिय नागरिक भागीदारी और टेक्नोलॉजी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
संदर्भ
इस प्रकार, निर्वाचन आयोग की यह पहल देश के निष्क्रियता और धनबल के प्रयोग से पहले ही लोकतंत्र की नींव मजबूत कर रही है। यह एक सकारात्मक कदम है जो भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के खिलाफ निर्णायक उपायों की ओर एक महत्वपूर्ण पहल है।